सूरजपुर| सूरजपुर जिले के रामानुजनगर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामेश्वरम मे सीसी सड़क निर्माण एक वर्ष से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया है।
विदित हो की विशेष केंद्रीय सहायता प्रधानमंत्री, योजना,
आदिवासी आदर्श योजना मद से स्वीकृती मिला था, जिसकी स्वीकृति राशि 14.50 लाख प्रदाय करते हुए निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत क़ो दायित्व दिया गया था, किन्तु निर्माण एजेंसी के द्वारा केंद्रीय योजना पर भी खुलेआम डाका ड़ालते हुए सड़क मार्ग का निर्माण करा दिया है, जिसकी मूल्यांकन भी उपयंत्री के द्वारा बिना सड़क मार्ग निरीक्षण के ही मूल्यांकन कर दिया गया है, वहीं अगर टेक्निकल अधिकारी आर ई एस के एस डी ओ ने भी आँख बंद कर कमीशन के फेर मे सत्यापन करते हुए लाभ पाने और लाभ पहुंचाने का कार्य खुले तौर पर किया है।
उल्लेखनीय है की ग्राम पंचायत के द्वारा निर्माण कार्य सीसी सड़क मे व्यापक तरीके से अनियमितता किया है जिससे एक वर्ष से पहले ही सड़क मार्ग की ऊपरी सतह पूरी तरह से उखड़ गई है जबकि इस सड़क मार्ग मे न क़ोई बड़ी गाड़ीयो का आना जाना है न ही इस सड़क पर भारी वाहन या गाड़ी चलती है, मात्र पैदल यात्री और गांव बस्ती के लोग मोटर साईकिल से आना ही करते है इसके बाद भी सड़क मार्ग की नोकिली गिट्टी निकल चूका है, जिससे बाईक चालकों की वाहन भी पंचर हो रहा तो पैदल और बिना चप्पल जूता वालो के पैर गिट्टी मे धंस कर चोटिल हो चुके है।
ग्रामीणों ने बताया की सड़क मार्ग मे अच्छी गिट्टी नहीं डाला गया है, मटेरियल मे स्टीमेन्ट के और प्राकलन के विपरीत कराने के कारण सड़क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त की स्तिथि हो गया है, बताया जाता है की लगभग पंद्रह लाख की लागत की सड़क का मूल्यांकन 95 प्रतिशत कर दिया गया है, सीसी सड़क निर्माण मे वाईब रेटर का उपयोग नहीं किया गया। 1:3:6 की जगह मटेरियल 1:6:9 डाला गया तथा निर्माण उपरान्त पानी की तराई तक नहीं कराया गया जिसकी वजह से सीसी सड़क मे मजबूती और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रक्खा गया, जिसकी वजह से सड़क मार्ग मे गड़बडी पूरी तरह किया गया है, जिसकी वजह से सड़क मार्ग के चित्र से आकलन किया जा सकता है।
ज्ञात हो की ग्राम पंचायत रामेश्वरम मे बनाया गया सीसी सड़क के साइड फिलिंग मे न तो मिट्टी डाला गया न ही मुरुम, इस तरह शाशन के योजना पर खुलेआम बट्टा लगाया गया है, किन्तु संबंधित अधिकारीयों के रहमोंक्रम के कारण आँख बंद कर निर्माण एजेंसी काम करके इतिश्री कर रहे, वहीं इंजीनियर, एसडीओ के संरक्षक मे समुचा जनपद क्षेत्र मे निर्माण कार्य इसी तर्ज मे कराया जाता है। स्थल जांच और कोर कटिंग कहा का काटकर प्रमाणित किया जाता है है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा, ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी के सड़क मार्ग की जांच करने की मांग किया है।