सूरजपुर| सूरजपुर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रो मे हार-जीत का दांव लगाया जा रहा है, किन्तु पुलिस प्रसाशन के संज्ञान मे है या इनके संरक्षण मे जुआ जैसे समाजिक बुराई चल रहा है यह आरोप सिद्ध नहीं हो रहा है किन्तु जिस तरह से जुआ खेला जा रहा है कहीं न कहीं पुलिस प्रसाशन की नकामी कहे या पुलिस की लचर व्यवस्था के कारण ही लगातार जुआ का खेल चल रहा है।
जुआ ऐसे ऐसे जगह पर खेला और खेलाया जा रहा जहाँ परिंदा भी पर नहीं मार सकता, इन्हे पकड़ा तो दूर इनके ठिकाने तक पहुंचने के लिए काफी तदाद मे पुलिस बल को सक्रिय करना पड़ रहा है, यह सिलसिला काफी लम्बे समय से किया जा रहा है।
ज्ञात हो की सूरजपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के मानिचौक, गेतरा सहित रोज अलग अलग स्थानों मे बड़े जुवाड़ी पहुँच कर हार जीत का दाँव लगा रहे, यहां पर रात दिन बराबर जुआ खेला और खेलाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया की इस महफ़िल मे प्रवेश करने से पूर्व एक हजार की फीस जमा करना पड़ता है,, जिसमे गुटका पान, पानी बैठने की व्यवस्था, शराब और पुलिस संरक्षण के नाम से लिया जाता है, तब ही जुआ फड़ मे जाने दिया जाएगा, लगभग पचास से साठ लोगों से पैसा पुलिस सुरक्षा एवं इंट्री के नाम से तो लिया जा रहा है, किन्तु पुलिस तक यह पैसा पहुँच भी रहा है या नहीं यह जांच का बिषय है लेकिन जानकार बताते हैं की मानी बीट का जो प्रभारी पुलिस के रहमोंकरम से यह कृत्य कराया जा रहा है,
वहीं अंबिकापुर पुर से कुछ ही दूरी सुखरी सपना के पहाड़ के नीचे भी इसी तरह का आलाम है जहाँ लाखों से जादा का जुआ खेला जा रहा है, किन्तु अब यह कह पाना उचित नहीं की यह क्षेत्र के थाना प्रभारी के संज्ञान मे है या नहीं।
इसी तरह रामानुजनगर क्षेत्र के सुमेरपुर, माजा, तेलाई मुड़ा, उमापुर, सहित छोटे-छोटे जुआ आस-पास के गांव दवना, छिंदिया, पस्ता जंगल मे नियमित जुआ खेला और खेलाया जा रहा है किन्तु पुलिस अबतक इन जुवारियो तक पहुंचने मे असफल रहा है, इस तरह सूरजपुर जिले के कई थाना क्षेत्रो मे पुलिस नाल और व्यवस्था उपलब्ध कराने के नाम से जुआ चल रहा है, वहीं इस समय लोक सभा चुनाव पर सभी थाना चौकी की पुलिस की डियूटी लगी हुई है जिससे पर्याप्त बल की कमी के कारण भी पुलिस वहां तक पहुंचने मे असफल है,,जिससे जुआ खेलने और खेलवाने वाले काफी उत्साहित होकर जुआ मे हारजीत का दाँव लगा रहे, वहीं जुआ दलाल की कमाई रोज की अगर बात करें तो तीस से चालिस हजार की हो रही, हलाकी हारने वाला हार कर गया, जितने वाला जीत कर गया, लेकिन जुआ खेल के दलाल को एक एक हजार की इंट्री फीस से ही बड़ी कमाई होती है,, इस तरह लाखों का जुआ चल रहा है। कब तक इनके विरूद्ध कार्यवाही होंगी यह तय नहीं लेकिन धडल्ले से जुआ चल रहा है यह सत्य है।