सूरजपुर| इंसान का जुनून उसे किसी भी हद तक आगे बढ़ा देता है. कई इंसान ऐसे भी होते हैं, जिनको घूमने का जुनून रहता है, ऐसे में वह अपने लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार रहते हैं, आज हम देश के ऐसे ही एक युवा के बारे में बताते हैं जिसने पूरा देश साइकिल से घूमने का मन बना लिया है कि वह लक्ष्य को पूरा कर के ही मानेगा, आशुतोष ने 31 मार्च 2023 को कर्नाटक से यात्रा शुरू की थी, साइकिल यात्रा शुरू किए हुए डॉ. आशुतोष को 300 दिन में लगभग 11,500 किलोमीटर से ज्यादा पूरे हो चुके हैं, वह कई राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं, सूरजपुर पहुंचने पर उनमें पहले दिन जैसे उत्साह ही दिख रहा है, आज भी वह बुलंद इरादे के साथ साइकिल की पेडल मारते हुए देश भ्रमण कर रहे हैं, वह अपने सारे लक्ष्य को एक-एक कर पाने में जुटे हैं. कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड की यात्रा कर आज छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले का भ्रमण कर रहें हैं।
बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी की है
मेरी बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी हाल ही में खत्म हुई है। मेरा इंटरेस्ट साइकोलॉजी में है। जब मेरा एजुकेशन चल रहा था तब मैं काफी कुछ साइकोलॉजी को भी पढ़ रहा था। उसके ऊपर किताब लिखना चाहता था, इसलिए इस जर्नी के जरिए दो किताब लिखूंगा, जिसमें मेरे सफर के अनुभव के साथ लोगों की मानसिकता क्या है, किस तरह भारत में लोग एक दूसरे के साथ रहते हैं। यह बताने की कोशिश करूंगा। देश में डायवर्सिटी इतनी अच्छी है कि लोगों के बारे में समझने का मौका मिल रहा है।
समझना चाहते है भारतीय संस्कृति को
डॉ. आशुतोष ने बताया कि वह भारतीय संस्कृति को समझना चाहते हैं, वह हिंदुस्तान की खूबसूरती को नजदीक से देखना चाहते हैं, वह अलग-अलग राज्यों की भाषा व खाने के बारे में काफी कुछ जान चुके हैं, कहा कि भारत में हमें सब कुछ एक ही जगह मिल जाता है यही हमारे देश की खूबसूरती है।
रोजाना चला रहे 50 किमी साइकिल
31 वर्षीय डॉ. आशुतोष की हाइट 6 फीट 6 इंच है और वे जब से सफर पर निकले हैं, रोजाना 50 किमी साइकिल चला रहे हैं। आशुतोष ने कहा कि पूरे जर्नी का टाइमलाइन ढाई साल है। मेरा टारगेट 35,000 किलोमीटर का सफर तय करना है और पूरे देश का एक्सपीडिशन बेंगलुरू पर ही खत्म होगा।