जबलपुर. आखिरकार ‘पप्पू’ पास हो गया. उन्होंने अपनी जिंदगी का लंबा समय 25 साल एमएससी (M.sc) मैथ की डिग्री हासिल करने में लगा दिए. सुरक्षा गार्ड और किसी बंगले पर काम किया. लगातार 23 प्रयास में फेल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी. लोगों के ताने सुने, रोटी के लिए संघर्ष किया, फिर भी पढ़ाई के जज्बे को बरकरार रखा. अब 24वें अटेम्प्ट में परीक्षा पास कर ली है.
जबलपुर के रहने वाले इस शख्स का नाम राजकरण है. उनकी उम्र 56 साल हो चुकी है. राजकरण अपने सपने को जीने के साथ-साथ दो नौकरियां भी करते रहे. पहले नौकरी सिक्योरिटी गार्ड की थी, जिसमें 5000 रुपए प्रतिमाह का वेतन मिलता है, तो वहीं दूसरी नौकरी एक बंगले पर थी, जिसमें 1500 रुपए मिलते हैं. उन्होंने अपने जीवन के कड़े संघर्ष के साथ एक सपना देखा. जिसे पाने के लिए 25 साल की जी-तोड़ मेहनत की और आखिरकार अपने सपने को पूरा कर लिया.
ऐसे आया एमएससी करने का विचार
मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक राजकरण ने बताया कि जहां वो नौकरी करते थे, वहां उनके मालिक उनके बच्चों को राजकरण का उदाहरण देते थे कि देखो इतनी उम्र में भी पढ़ाई कर रहे हैं. राजकरण ने बताया कि उन्होंने साल 1996 में एमए किया था. इसके बाद एक बार ‘मैं एक स्कूल गया और वहां विद्यार्थियों के साथ बातचीक की. इसी बीच मैंने बच्चों को गणित पढ़ाया, मेरे पढ़ाने का तरीका देखकर शिक्षकों ने मेरी तारीफ की. इससे मेरे मन में मैथ से एमएससी करने का विचार आया. उस वक्त एक विषय से एमएससी करने का विकल्प भी मौजूद था. इसके बाद मैंने साल 1996 में जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया.
आखिरकार 25 साल की तपस्या के बाद हुए पास
राजकरण ने पहली बार साल 1997 में एमएससी की परीक्षा दी थी. इसमें फेल हो गए. इसके बाद लगातार दस सालों तक सिर्फ 5 विषयों में से सिर्फ एक में ही पास हो सका, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करता रहा. उन्होंने कभी किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया. फिर कोरोना काल के दौरान साल 2020 में अपनी प्रथम वर्ष और 2021 में दूसरे वर्ष की परीक्षा पास की. अंत में मैंने करीब 25 साल की कठिन तपस्या के बाद एमएससी मैथ की डिग्री प्राप्त कर ली.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 09:31 IST